


श्री पीताम्बरा पीठ में दर्शन व्यवस्था:
- श्री पीताम्बरा माई का मंदिर प्रात: 5 से रात्रि 10 बजे तक खुलता है। विश्राम काल दोपहर 12 से 02 बजे तक का होता है।
- पीठ एक साधना/जप स्थली है। यहाँ जयकारा लगाना प्रतिबंधित है।
- यहां पण्डागिरी की परम्परा नहीं है (दर्शन कराने के नाम पर पैसे मांगने वालों से सावधान रहें)
- पीठ में जप, अनुष्ठान, अभिषेक कराने के लिए पीठ कार्यालय में आवेदन प्रस्तुत कर, अनुमति पश्चात पीठ से मंत्र दीक्षा प्राप्त साधकों के होते हैं। ।
- पीठ परिसर में श्री पीताम्बरा माई (श्री बगुलामुखी माँ) एवं श्री धूमावती माई का मंदिर है।
- आरती का समय :
- श्री पीताम्बरा माई
प्रातः 7:00 बजे
विश्राम काल दोपहर 12 से 02 बजे तक
सायं आरती 7:00 बजे
श्रृंगार आरती 8:30 बजे
शयन आरती रात्रि 9:00 बजे - श्री धूमावती माई
प्रातः 8 बजे
रात्रि 8 बजे
श्री धूमावती माई के पट दिनभर बन्द रहते हैं।
शनिवार के दिन
प्रातः 7:15 से 9:00 बजे तक (पौने दो घण्टा)
सायं 5:00 से रात्रि 8:00 बजे तक (तीन घण्टा)
- श्री पीताम्बरा माई
- शनिवार को माई का पूजन, टींका, माला आदि बन्द रहेगा।
- पीठ पर अभिषेक, जप, अनुष्ठान हेतु सीधे पीठ कार्यालय में अथवा फोन 07522-233960, 234960 पर सम्पर्क करें।
- पीठ पर आवास की सुविधा केवल पीठ से मंत्र दीक्षा प्राप्त साधकों को है। आवास की बुकिंग हेतु श्री देवेन्द्र शर्मा से सम्पर्क करें। मो0 8889378045
- मंदिर में पूज्यपाद श्री स्वामी जी महाराज की वन्दना प्रातः 6 बजे एवं सायंकाल 5:00 तथा रात्रि आरती के बाद 9:30 बजे होती है।
- श्री पीताम्बरा माई के दर्शन खिड़की से ही होते हैं।
- श्री पीताम्बरा माई का पूजन प्रतिदिन होता है इसके लिए 1000/- रूपये की राशि कार्यालय में जमा कर, पूजन कराया जा सकता है। (एक पंजीयन पर पति-पत्नी को अनुमति होगी)
- श्री पीताम्बरा पीठ तपस्थली है। (कृपया शांति बनाये रखें एवं मंदिर परिसर को साफ-सुथरा रखें)
- पीठ के नाम से पैसे मांगने वालों की शिकायत पीठ कार्यालय/न्यासी से करें।
- दर्शनाथियों के आगे-पीछे घूमने वाले छद्मबेशधारी (लाल/पीले कपड़े पहनकर धोखाधड़ी करने वाले बहरूपियों से सावधान रहें व व्यर्थ में पैसा न गवायें।
- श्री पीताम्बरा पीठ के नाम पर फर्जी फेसबुक आईडी एवं व्हाट्सव ग्रुप बनाकर पूजा एवं अनुष्ठान के नाम पर पैसो की मांग करते है ऐसे लोगो से सावधान रहे।
- भेंट दान-पात्र में ही डालें।
- पूजा-पाठ/अनुष्ठान हेतु पीठ कार्यालय से सम्पर्क करें एवं दान सामग्री/राशि पीठ कार्यालय में जमाकर रसीद अनिवार्य रूप से प्राप्त करें।